संजय कपूर अंतिम संस्कार कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी नागरिकता के कारण बढ़ी जटिलताएं

संजय कपूर अंतिम संस्कार कानूनी प्रक्रिया परिचयसंजय कपूर, जो पोलो खिलाड़ी, उधोगपति और करिश्मा कपूर के पूर्व पति थे, 12 जून 2025 को इंग्लैंड के गार्ड्स पोलो क्लब में अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। हाल ही में NDTV की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि उनके अंतिम संस्कार और शरीर को भारत लाने में देरी हो सकती है—उनकी अमेरिकी नागरिकता की वजह से

🔍 संजय कपूर अंतिम संस्कार अमेरिकी नागरिक और अंतिम संस्कार की जटिलताएं

US नागरिक होने के नाते आवश्यक कानूनी दस्तावेज चूंकि संजय कपूर अमेरिकी नागरिक थे, और उनकी मृत्यु इंग्लैंड में हुई, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत तीनों देशों की कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। किसी भी त्रिपक्षीय नागरिक की देह को एक देश से दूसरे देश भेजने के लिए संबंधित देशों की इजाजत और “ਬोदरी/एनाटॉमिकल रिपोर्ट” (postmortem) की कॉपी, प्रमाणपत्र आदि की जरूरत होती है ।

पोस्टमार्टम और कागजी कार्रवाई इंग्लैंड में मौत के तुरंत बाद पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन बाकी कागजी कार्रवाई—जैसे प्रमाणपत्र की सत्यापन और ट्रांसलेशन—में समय लग सकता है।

परिवार की इच्छा संजय कपूर के ससुर अशोक सचदेव ने बताया कि अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जाएगा, मगर यह कागजी रुकावटें पूरी होने के बाद संभव होगा ।

🏇 संजय कपूर अंतिम संस्कार निधन की परिस्थितियाँ: एक चौंकाने वाली वजह

पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मौके की जानकारी के अनुसार:

संजय कप्तान पोलो खेल रहे थे जब अचानक उन्हें सांस फूलने लगी और वे मैदान छोड़कर गाड़ी तक पहुंचे।

बताया जा रहा है कि उन्होंने गलती से एक मधुमक्खी निगल ली थी, जिससे उनके गले में सटिंग हुई और दिल का दौरा पड़ा

इस अनहोनी में खेल स्टॉप करके उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता दे दी गई, लेकिन दुर्भाग्यवश वे बच न सके

👨‍👩‍👦 संजय कपूर अंतिम संस्कार परिवार और विरासत

संजय कपूर अपनी पत्नी प्रिय सचेव और उनके बेटे अज़ारियस की याद में याद किए जाएंगे। पहले विवाह से उनकी दो संतानें—समाइरा और कियां भी हैं ।

उद्योग जगत में वे Sona Comstar के चेयरमैन और CII (Confederation of Indian Industry) उत्तर क्षेत्र के अध्यक्ष रह चुके थे

📱 सोशल मीडिया पर आखिरी संदेश

मौत से कुछ घंटे पहले उन्होंने एयर इंडिया की दुर्घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया था: “Terrible news of the tragic Air India crash in Ahmedabad. My thoughts and prayers are with all the families affected…

कुछ दिन पहले उन्होंने प्रेरक रूप में लिखा था: “Progress demands bold choices, not perfect conditions… Your time on Earth is limited.” 

यह दो ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जहाँ कई लोग उन्हें अंतिम सोच-विचार से जोड़कर देख रहे हैं।

🔹 क्यों हो रही है अंतिम संस्कार में देरी?

✈️ अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रक्रियाएं:

चूंकि संजय कपूर अमेरिका के नागरिक थे और उनकी मौत यूके (ब्रिटेन) में हुई है, इसलिए उनके शरीर को भारत लाने के लिए तीन देशों की अनुमति लेनी होगी।

यह प्रक्रिया सामान्य तौर पर 7–10 दिन तक खिंच सकती है, क्योंकि इसमें डेथ सर्टिफिकेट, एम्बसी की मंजूरी, कस्टम क्लियरेंस और फ्लाइट परमिशन जैसी कई चीजें शामिल होती हैं।

📑 पोस्टमार्टम और रिपोर्ट:

लंदन में पोस्टमार्टम किया गया है, लेकिन उसकी रिपोर्ट को अमेरिका और भारत दोनों जगह मान्य कराना जरूरी होता है।इसके बाद ही डेथ ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी किया जा सकता है।

✍️ संजय कपूर अंतिम संस्कार निष्कर्ष

संजय कपूर की मृत्यु केवल एक व्यक्तिगत क्षति ही नहीं है—बल्कि यह दिखाती है कि कैसे वैश्विक जीवन में कानूनी और प्रशासनिक जटिलताएँ भी कहीं‑न‑कहीं अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं। अमेरिकी नागरिक के रूप में उनका निधन इंग्लैंड में हुआ, और परिवार दिल्ली में उनकी अंतिम यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक बाधाओं से जूझ रहा है।

उनकी विरासत — चाहे वह उद्योग जगत में योगदान हो या पोलो के क्षेत्र में उनका नाम — हमें प्रेरित करती है कि जीवन सीमित है, लेकिन हमारी तात्कालिकता और निर्णय उसे मूल्यवान बनाते हैं।

पॉवरफुल जीवन, अनपेक्षित मौत, और कानूनी जटिलताएं – संजय कपूर की कहानी में यही सार है।